Deoghar (देवघर): सारठ विधानसभा क्षेत्र के आदिवासी बाहुल दुलदुलई गांव में पिछले 11 दिनों के दौरान एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से हड़कंप मचा हुआ है. यह गांव जामताड़ा जिले के करमाटांड प्रखंड के मोहनपुर पंचायत में है. 11 दिनों के भीतर एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत को ग्रामीण और मृतक के परिजन दैवीय प्रकोप मान रहे हैं. जिस परिवार में तीनों की मौत हुई है.
मृतकों के परिजनों को कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि एक-एक कर घर के सदस्य क्यों मर रहे हैं. वहीं इस मामले में पूर्व मंत्री रणधीर सिंह ने स्थानीय प्रशासन से पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है ताकि यह पता चल सके कि किस कारण से तीनों की मौत हुई है. साथ ही पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है.
मृतकों में बिजली देवी (पति तलकी राय), अकलमणि देवी देवी (पति विनोद राय) और तलकी राय शामिल है. सभी कोल जाति से आते हैं. मृतकों में पति-पत्नी और बेटी शामिल है. 3 दिसंबर को सबसे पहले 65 वर्षीय बिजली देवी की मौत हो गई. बिजली देवी को बुखार आया. परिजनों को लगा कि उसे ठंड लग गई है. आग जलाकर उसकी सेंकाई की गई. 2 दिन बुखार से पीड़ित रहने के बाद महिला की अचानक मौत हो गई. इसके बाद बिजली देवी की बेटी 46 वर्षीय अकलमणि देवी को भी हल्का बुखार और खांसी की शिकायत थी.
परिजन उसे गिरिडीह जिले के पचंबा में प्राइवेट डॉक्टर के पास ले गए. डॉक्टर ने जांच के बाद बताया कि अकलमणि देवी मैं टीबी के लक्षण मिले हैं. इलाज करा कर परिजन घर लौटे और उसके एक दिन के बाद अकलमणि देवी की मौत हो गई. पत्नी और बेटी के चिता की राख अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि तलकी राय (70) को भी हल्का बुखार आ गया.
परिजनों को लगा कि पत्नी और बेटी के इलाज के दौरान काफी भाग-दौड़ हुई, इसीलिए तलकी राय को ठंड लग गई है. बुखार आने के कुछ घंटे के बाद ही तलकी की मौत हो गई. उनका इलाज करने का भी मौका परिजनों को नहीं मिला. परिजन राजेश राय ने बताया कि एक तरह के लक्षण के बाद तीनों परिवार वालों की मौत से हम लोग सदमे में हैं.
स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि की ओर से अब तक कोई सहयोग पीड़ित परिवार को नहीं मिला. तब पूर्व मंत्री रणधीर सिंह ने मदद का भरोसा दिया है और कुछ आर्थिक सहायता भी प्रदान की है. ग्रामीणों का कहना है कि परिवार पर किसी तरह का दैवीय प्रकोप है, इस कारण परिजन लगातार मर रहे हैं. सारठ के पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि स्थानीय प्रशासन को पूरे मामले की जांच करनी चाहिए. किन वजहों से तीनों की मौत हुई है, इसका पता लगाना चाहिए, ताकि कोल परिवार के अन्य सदस्य और ग्रामीण की रक्षा हो सके.