Chaibasa:- तांतनगर प्रखंड के कसेया पंचायत अंतर्गत सेरेंगबिल गांव के ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के द्वारा ग्रामीणों के बकाया बिजली रहने के नाम पर विद्युत कनेक्शन काट दिए जाने से ग्रामीणों ने कसेया पंचायत के मुखिया गौरी शंकर बिरूली की अध्यक्षता में बैठक की गई.

बैठक में मंझारी प्रखंड के जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल भी शामिल हुए. ग्रामीणों ने कहा की उनके पास रोजी रोजगार का कोई साधन तक नही है. बिजली विभाग के द्वारा विगत 14 -15 सालों का बिजली बिल एक साथ 15 हजार उपलब्ध कराना गरीबों के साथ अत्याचार है. विभाग अगर शुरू से ही ग्रामीणों को बिजली बिल उपलब्ध कराता तो ये स्तिथि नही होती. जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल ने कहा की सरकार के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए कोई रोजगार का साधन तक व्यवस्था नहीं कराया. ग्रामीण क्षेत्र के लोग बहुत मुश्किल से अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे है. एकसाथ इतनी बढ़ी हुई राशि का भुगतान करना ग्रामीणों के लिए आसान नहीं है. झारखंड सरकार को राज्यवासियों के हित में बकाया बिजली बिल को निरस्त कर देना चाहिए.

मौके पर संदीप बिरूली, राजेश बिरूली, अमित कारोवा, गोरा करवा, गोविंद बिरुली, भोलानाथ सामद, अभिराम पूर्ति, पुरषोत्तम कुमार, शिवनाथ बिरूली, शंकर बिरूली आदि उपस्थित थे.

Share.
error: Content is protected !!
Exit mobile version