Gua:- किरीबुरु थाना पुलिस ने एक व दो जून की मध्य रात्रि को विशेष अभियान चलाकर अलग-अलग मामलों में फरार चल रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया है। गिरफ्तार किये गये लोगों में सबसे चर्चित हस्ती व सेल की किरीबुरु खदान से सेलकर्मी सह वरिष्ठ मजदूर नेता उपेन्द्र सिंकु भी शामिल हैं। उपेन्द्र सिंकु पर सेल के ही सेवानिवृत्त सेलकर्मी कृष्णा सुब्रमण्यम के साथ धोखाधड़ी कर रुपये ठगने का आरोप है। उपेन्द्र सिंकु ने कृष्णा सुब्रमण्यम से लगभग पांच लाख साठ हजार रुपये ठगे हैं। कृष्णा सुब्रमण्यम ने बताया कि उपेन्द्र सिंकु ने उससे अलग-अलग किस्तों में वर्ष 2011-12 के बीच 5.60 लाख रुपये उधार लिये थे। साथ ही उधार लिये गये पैसे को एक निर्धारित समय में वापस करने की बात भी कही थी। सुब्रमण्यम ने बताया कि जब उसने उपेन्द्र से पैसा मांगा तो वह आनाकानी व टाल-मटोल करने लगा।
हालांकि, इस बीच उपेन्द्र ने 5.60 लाख रुपये का चेक दिया। लेकिन उस चेक को जब बैंक से कैश कराने का प्रयास किया गया। तो चेक बाउंस हो गया।इसके बाद भी उसने उपेन्द्र से सपंर्क कर पैसा देने का आग्रह किया।लेकिन उपेन्द्र ने पैसा देने से इन्कार कर दिया। इसलिए उसने उपेन्द्र के खिलाफ वर्ष 2018 में अपने पैतृक शहर गुडियात्तम (वेल्लूर, चेन्नई) की अदालत में चेक बाउंस का केस दर्ज कर दिया।केस दर्ज होने के बाद वेल्लूर की अदालत द्वारा उपेन्द्र सिंकु को लगातार नोटिस भेजा गया। लेकिन वह अदालत में उपस्थित नहीं हुआ।सुब्रमण्यम ने बताया कि कई बार गिरफ्तारी का वारंट भी उपेन्द्र को भेजा गया लेकिन वह छुपता रहा। साथ ही छुप-छुप कर सेल की किरीबुरु खदान में ड्यूटी भी करता रहा। विदित हो कि उपेन्द्र सिंकु झारखंड माइंस मजदूर यूनियन, इंटक, कांग्रेस जैसे मजदूर व राजनीतिक संगठनों में उच्च पद पर है। उपेन्द्र का भाई शन्नी सिंकु और जगदीश सिंकु भी बडे़ राजनीतिक चेहरा है।इसकी गिरफ्तारी के बाद संभावना जताई जा रही है कि सेल प्रबंधन भी निलबंन की कार्यवाही कर दे।वहीं, झारखंड की किरीबुरु पुलिस द्वारा उपेन्द्र सिंकु की गिरफ्तारी किये जाने पर कृष्णा सुब्रमण्यम ने कहा कि अब उसमें अदालत से न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।
वहीं, दूसरे मामले में प्रोस्पेक्टिंग निवासी साजन नाग व ट्विंकल उर्फ टिंकु उर्फ सुभाष चन्द्र पान को भी पुलिस ने बीती रात प्रोस्पेक्टिंग क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उक्त दोनों पर कोविड काल में सरकारी आदेश का उल्लंघन करने का आरोप है। दोनों एक जनवरी 2021 की रात लगभग दस बजे प्रोस्पेक्टिंग में नये साल का जश्न डीजे बजाकर सैकड़ों लोगों की भीड़ के साथ मना रहे थे।इसकी सूचना मिलने पर जब किरीबुरु थाना के तत्कालीन एसआई सुरेन्द्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारी समेत अन्य जवान डीजे को बंद कराने पहुंचे थे, तब इन लोगों ने सैकड़ों की भीड़ के साथ पुलिस टीम पर हमला कर कई पुलिसकर्मी को घायल कर दिया था। किरीबुरु थाना के प्रशिक्षु एसआई सुरेन्द्र कुमार व जवानों पर हमला करने के मामले में किरीबुरु थाना पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत अठारह नामजद सहित लगभग 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ कांड संख्या- 01/20 के तहत मामला दर्ज किया था।दर्ज मामले में दंगा, सरकारी कार्य में बाधा, भीड़ के साथ सरकारी पदाधिकारी पर हमला करने जैसी धाराएं लगायी गई थी।