West Singhbhum, Chaibasa (चाईबासा) : कोल्हान स्वशासन एकता मंच की बैठक रविवार को केंद्रीय अध्यक्ष कुसुम केराई की अध्यक्षता में कोल्हान यूनिवर्सिटी के पास हुई। बैठक में पेसा कानून को लेकर चर्चा की गयी। तत्पश्चात फैसला हुआ कि पेसा कानून को लेकर गांवों में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जायेगा।
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इसकी शुरूआत ऐतिहासिक गांव पांगा से की जायेगी जो मंझारी प्रखंड में पड़ता है। 5 मार्च को यहां ग्रामीणों के साथ संगठन की बैठक होगी और पेसा कानून पर सामूहिक चर्चा की होगी। मंच के जिलाध्यक्ष हरिन तामसोय ने कहा कि पेसा कानून को लेकर आम लोगों में काफी दुविधा की स्थिति है। इसलिये उनके बीच जागरूकता फैलाना जरूरी है। इसकी शुरूआत अंग्रेजी हुकूमत की खिलाफत करनेवाले ऐतिहासिक गांव पांगा से की जायेगी। वहीं हो साहित्यकार डोबरो बुड़ीउली ने बरकुंडिया में भी पेसा कानून पर बड़ा कार्यक्रम करने का प्रस्ताव रखा। अध्यक्ष कुसुम केराई ने कहा कि पेसा कानून को लेकर राज्य में ऊहापोह तथा विवाद की स्थिति है। ऐसे में हमारा यह सामाजिक संगठन भी लोगों के बीच जागरूकता फैलाने की सामाजिक जिम्मेदारी निभायेगा। इसमें सबों का सहयोग अपेक्षित है। श्री केराई ने कहा कि यदि पेसा कानून हमारी भावनाओं तथा हितों के अनुरूप है, तो उसका समर्थन किया जायेगा। और यदि ऐसा नहीं है, तो उसका पुरजोर विरोध किया जायेगा। इसके अलावा अन्य वक्ताओं ने भी पेसा कानून को लेकर अपनी राय दी।
बैठक में विपिन तामसोय, सुश्री बेला जेराई, सुभाष चंद्र सावैयां, बासुदेव सिंकू, डोबरो बुड़ीउली, गणेश बारी, हरीश चंद्र आल्डा, प्रकाश चंद्र बोयपाई, ब्रजकिशोर देवगम समेत अन्य सदस्य मौजूद थे।
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