राजनाथ सिंह के फोन से भी नहीं माने विपक्ष के नेता, उपाध्यक्ष पद पर सत्ता पक्ष से तुरंत चाहते थे फैसला

New Delhi : लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सहमति नहीं बन पायी है. केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने सहमति बनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित विपक्ष के अन्य नेताओं से बात की थी, लेकिन बात नहीं बन पायी. कांग्रेस सांसद कोडिकुनिल सुरेश ने मंगलवार को इस पद के लिए विपक्ष की ओर से नामांकन दाखिल किया.

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राजस्थान के कोटा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद ओम बिरला ने लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए मंगलवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया. पिछली लोकसभा में भी लोकसभा अध्यक्ष रह चुके बिरला को राजग की तरफ से सर्वसम्मति से उम्मीदवार बनाया गया है.


जनता दल (यूनाइटेड) के नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि बिरला का नाम राजग के सभी दलों ने सर्वसम्मति से तय किया और भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह भी समर्थन के लिए विपक्ष के पास पहुंचे. विपक्ष पर निशाना साधते हुए ललन सिंह ने कहा कि वे उपाध्यक्ष के पद पर तुरंत फैसला चाहते हैं, जबकि राजनाथ सिंह ने अनुरोध किया था कि चयन का समय आने पर सभी को एक साथ बैठना चाहिए और इस मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए.

राहुल ने कहा था-विपक्ष को लोकसभा उपाध्यक्ष का पद मिलेगा तो हम अध्यक्ष के चुनाव में सरकार का समर्थन करेंगे

इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिए जाने की परंपरा रही है और यदि नरेन्द्र मोदी सरकार इस परंपरा का पालन करती है तो पूरा विपक्ष सदन के अध्यक्ष के चुनाव में सरकार का समर्थन करेगा. उन्होंने संसद भवन परिसर में संवाददाताताओं से बातचीत में यह भी कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समर्थन के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को फोन किया था और फिर से फोन करने की बात की थी, लेकिन अब तक उनका फोन नहीं आया.

राजनाथ सिंह जी ने खरगे जी को फोन किया और कहा कि अध्यक्ष (पद के उम्मीदवार) का समर्थन किजिये

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री विपक्ष से रचनात्मक सहयोग की उम्मीद करते हैं, लेकिन कांग्रेस के नेता का अपमान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह जी ने खरगे जी को फोन किया और कहा कि अध्यक्ष (पद के उम्मीदवार) का समर्थन करिए. पूरे विपक्ष ने कहा है कि हम लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए सरकार की ओर से चुने गए उम्मीदवार का समर्थन करेंगे, लेकिन परंपरा है कि सदन के उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को मिलना चाहिए. राजनाथ जी ने कल शाम कहा था कि वह खरगे जी को फिर फोन करेंगे. अभी तक खरगे जी को उनका वापस फोन नहीं आया है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मोदी जी कह रहे हैं कि विपक्ष को रचनात्मक सहयोग देना चाहिए, लेकिन हमारे नेता का अपमान किया जा रहा है। (सरकार की) नीयत साफ नहीं है. राहुल गांधी ने दावा किया कि नरेन्द्र मोदी जी कोई रचनात्मक सहयोग नहीं चाहते क्योंकि परंपरा है कि लोकसभा उपाध्यक्ष विपक्ष का होना.

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