Kumardungi:- पश्चिम सिंहभूम जिले के 2 गांव के ग्रामीणों ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में वोट बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. ग्रामिणो ने यह निर्णय मुलभुत सुविधा से वंचित होने के कारण कुमारडुंगी के परहमसदा गांव के ग्रामीण त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में वोट बहिष्कार करने का निर्णय लिए हैं. मंगलवार के दिन गांव में बैठक कर ग्रामीणों ने सर्वसहमति यह निर्णय लिया है. वोट बहिष्कार को लेेेकर उन्होने कुमारडुंगी प्रखंड विकास पदाधिकारी ज्योति बंदना कुजूर केे नाम पर एक आवेदन भी तैयार किया है.
ग्रामीणों का कहना है पिछले 12 वर्ष से बस हमे संतावन मिल रहा है की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी, पर अबतक कोई भी सुविधा गांव वालों को नहीं मिल पा रहा है. हम हर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में खंडकोरी पंचायत में वोट देते आ रहे है. पर इस पंचायत से हमें कोई लाभ नहीं मिलता. मामले को लेकर जब आधिकारीयों के पास गए तो पता चला की परहमसदा गांव छोटारायकमन पंचायत में पंजीकृत है. अब वोट किसी और को देगें और सुविधा किसी और से मांगेंगे तो क्या वह देगा. इस कारण से गांव में पंचायत स्तर से कोई भी सुविधा नहीं मिल रही है. पंचायत चुनाव होने के 12 वर्ष बीत गए गांव में एक भी प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं मिला है. आदिवासी टोला में कुछ शौचालय बने पर वो भी ठेकेदार सारा निगल गया. कहीं दरवाजा नहीं है तो कहीं गड्डा नहीं है. पीने के पानी के लिए यहां के लोग नदी चुंआ का उपयोग करते है. जिस पर कभी भी जानवर मुंह मार देते हैं. गांव में कई वृद्ध व विधवा हैं जो सरकार की पेंशन योजना से भी वंचित है. गांव के अंदर सड़क नहीं है. बरसात में घर से निकलना मुश्किल हो जाता है. इन सभी समस्याओं को लेकर ग्रामीणो ने इस वर्ष पंचायत चुनाव में वोट नहीं देेेेने का निर्णय लिया है. ग्रामीणों का कहना है कि विधानसभा या लोकसभा चुनाव में भी परहमसदा गांव को 21 किलोमीटर दूर उंडुदा गांव में वोट देने जाना पड़ता है. इस कारण से परहमसदा के ग्रामीण आज से सभी चुनाव का बहिष्कार किए है. चाहे विधानसभा हो या लोकसभा किसी भी चुनाव में वोट नही देने का निर्णय लिए है. उनकी मांग है कि उन्हे कोई स्थाई पंचायत दिया जाए.