Chaibasa:- भाकपा माओवादी के नाम पर सेल की किरीबुरु एंव मेघाहातुबुरु खादान प्रबंधन से दो करोड़ (1-1 करोड़ दोनों खादान से) रुपये लेवी मांगने का मुख्य आरोपी सह पूर्व नक्सली हाबिल होरो को मनोहरपुर के एसडीपीओ दाऊद किडो़ एंव किरीबुरु के एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर के निरंतर कठीन परिश्रम से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.  मनोहरपुर एसडीपीओ कार्यालय में एसडीपीओ दाउड़ किडो़ एंव एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर ने प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 20 जुलाई को करीब 7.30 बजे वरीय पदाधिकारी से गुप्त सूचना मिली कि आनन्दपुर से मनोहरपुर की तरफ एक व्यक्ति मोटरसाइकिल से हथियार के साथ जा रहा है. इस सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई के लिये हम दोनों पदाधिकारियों के साथ अन्य पुलिस पदाधिकारी व जवान के साथ मनोहरपुर आरटीसी चौक पहुंचे तथा वाहन चेकिंग प्रारंभ किये. रात करीब 9.25 बजे आनन्दपुर की तरफ से एक मोटरसाइकिल पर सवार व्यक्ति काफी तेजी से आ रहा था, जिसे रोकने का प्रयास करने पर वह मोटरसाईकिल रोक कर भागने लगा जिसे सशस्त्र बलों की मदद से पकड़ लिया गया. पूछ – ताछ मे उसने अपना नाम हाबिल होरो उम्र करीब 34 वर्ष पिता मनसिद्ध होरो, ग्राम  तिरला, थाना मनोहरपुर, स्थायी पता बिटकेलसोय, थाना जराईकेला, जिला पश्चिम सिंहभूम बताया.उक्त व्यक्ति की विधिवत तलाशी ली गयी, जिसमें उसके पास से एक देशी कट्टा एवं 02 जिन्दा कारतूस तथा प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का लेवी पर्ची- 04 अदद बरामद किया गया.

उक्त अभियुक्त से पूछताछ के बाद और उसके तिरला स्थित घर पर छापेमारी की गई तो वहाँ से भाकपा माओवादी का 1 लेवी पर्ची, दो वौकी-टौकी, चुनाव बहिष्कार संबंधित पर्ची बरामद किया गया. इन समानों का इस्तेमाल सेल की किरीबुरु एंव मेघाहातुबुरु प्रबंधन से लेवी मांगने हेतु किया गया था.

पूर्व नक्सली हाबिल होरो पहले माओवादी संगठन के लिये कार्य करता था एंव उनके लिये वह राशन सामग्री, जरूरी समान व लेवी वसूली का कार्य करता था. हाबिल होरो ने खुंटी जिला के जलकंडा निवासी नवीन नामक पीएलएफआई नक्सली के साथ मिलकर ओडिशा के बिमलागढ़ में वर्ष 2011 में बैंक डकैती किया था. इस घटना में बंडामुंडा पुलिस दोनों को पकड़ बनई जेल भेजी थी. इसके बाद भाकपा माओवादी के नाम पर वर्ष 2014 में मनोहरपुर के नंदपुर-पोसैता सड़क निर्माण कार्य के ठेकेदार से 5 लाख रूपये लेवी वसूली थी. इसके खिलाफ मनोहरपुर थाना कांड संख्या-58/15, धारा-17 सीएलए, 15 यूएपीए. गोईलकेरा थाना कांड संख्या- 51/17, आर्म्स एक्ट से संबंधित. रनिया थाना कांड संख्या- 29/21, विल्किदिरी पुल निर्माण में ठेकेदार से लेवी मांगने संबंधित. किरीबुरु थाना कांड संख्या- 18/22, सेल की किरीबुरु एंव मेघाहातुबुरु खादान से 1-1 (कुल दो) करोड़ रूपये लेवी की मांग. छोटानागरा थाना कांड संख्या- 5/22, चुनाव बहिष्कार संबंधित पोस्टर फेंकने आदि अनेक मामला दर्ज है. हाल हीं में खुंटी जेल से छुटने के बाद हाबिल होरो ने मुखिया चुनाव में दिघा पंचायत के मुखिया प्रत्याशी इग्नेश बारला के पक्ष में चुनाव प्रचार भी किया था.

सेल की किरीबुरु एंव मेघाहातुबुरु लौह अयस्क खदान के लोडिंग साईडिंग कार्यालय में 10 जून की रात लगभग 8.30 बजे सादे लिबास में दो संदिग्ध व्यक्ति पहुंचे और वहां कार्यरत दो सेलकर्मियों को बुलाकर एक बंद लिफाफा पकडा़ते हुये कहा था कि यह अपने बाप को दे देना. बंद लिफाफा में मौजूद पत्र को जब पुलिस ने बाद में खोली थी तो उसमें भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के दक्षिणी छोटानागपुर जोनल कमिटी का लेवी मांगने से संबंधित रसीद था. जिसपर सेल प्रबंधन से 1-1 करोड़ (कुल 2 करोड़) रूपये लेवी की मांग माओवादी नेता अनमोल एंव चमन के नाम से की गई थी. इस घटना के बाद सेल अधिकारियों व कर्मचारियों में भय का माहौल था. सेल की मेघाहातुबुरु खादान में कार्यरत जिस दो सेलकर्मियों को ये अपराधी लेवी वाली रसीद दिये थे उसने लगातार न्यूज को बताया था कि वे मेघाहातुबुरु के लोडिंग कार्यालय के समीप ड्यूटी पर थे. तभी घने जंगल क्षेत्र से दो अज्ञात व्यक्ति सादे लिबास में मुंह पर कपडा़ ढ़के आकर उनसे बात करने लगा. बात के दौरान वह सेलकर्मियों से लोडिंग साईडिंग व खदान से जुड़ी अन्य जानकारी लेने लगे. दोनों अज्ञात लोगों के पास वॉकी-टॉकी और कमर में छोटा हथियार था. वॉकी-टॉकी देख सेलकर्मियों को पहले लगा की ये दोनों मालगाडी़ के स्टाफ व चालक अर्थात रेलकर्मी होंगे. बाद में जब वॉकी-टॉकी पर आवाज सुनाई दी की काम हुआ या नहीं. अगर नहीं हुआ है तो मार दो. इस आवाज को सुनकर सेलकर्मी डरकर यह समझ गये की ये रेलकर्मी नहीं बल्कि अपराधी है. धमकी व पत्र देने के बाद दोनों जंगल में चले गये.

बरामद हथियार-

देशी कट्टा लोडेड, दो जिंदा कारतूस, दो वौकी-टौकी, भाकपा माओवादी एंव पीएलएफआई का लेवी वाला पर्चा, एक मोटरसाईकल

 

 

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