आलाकमान को भेजी जाएगी रिपोर्ट
Ranchi विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार की समीक्षा करने में प्रदेश भाजपा जुट गयी है. शनिवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में हारे हुए प्रत्याशियों ने खुल कर अपनी बातें रखीं. झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ने हारे हुए प्रत्याशियों के साथ रविवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में समीक्षा बैठक की. इसमें करीब-करीब सभी प्रत्याशियों ने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार की मुख्य वजहों में मंईया सम्मान योजना, जेएलकेएमम का वोट व भितरघात रहा. पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने एक-एक प्रत्याशी की बात सुनी. इसके बाद उन्होंने प्रत्याशियों का हौसला बढ़ाते हुए आगे का टास्क भी दिया. बैठक के दौरान प्रत्याशियों ने बताया कि भाजपा की गोगो दीदी योजना इंडिया गठबंधन के मंईयां योजना का काट नहीं बन सकी. इस कारण महिलाओं ने झामुमो के पक्ष में वोट किया. यह भी बताया गया कि डेढ़ दर्जन से अधिक विधानसभा सीटों पर नयी पार्टी जेएलकेएम ने वोट काटा. इसका असर परिणाम पर पड़ा. कुछ प्रत्याशियों ने भितरघात होने की बात कही. उन्होंने कहा कि कई पदाधिकारियों ने अधिकृत प्रत्याशी के पक्ष में काम नहीं किया. जिनको जो जिम्मेदारी मिली थी, उसे पूरा नहीं किया. प्रदेश भाजपा कार्यालय में लगभग दिन भर समीक्षा बैठक का दौर जारी रहा.
सोमवार को भी जिलाध्यक्षों व चुनाव समिति के सदस्यों के साथ समीक्षा बैठक होगी. प्रदेश स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद भाजपा के आलाकमान को रिपोर्ट सौंपी जायेगी. तीन दिसंबर को नयी दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत अन्य नेता पार्टी की हार की समीक्षा करेंगे. इसके बाद विधायक दल के नेता की चर्चा की जायेगी.
समीक्षा के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र त्रिपाठी, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र राय के अलावा भाजपा के हारे हुए प्रत्याशी मौजूद रहे.
भाजपा ने 68 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, सिर्फ 21 जीते
विधानसभा चुनाव में प्रदेश भाजपा की ओर से 68 सीटों पर उम्मीदवार उतारे गये थे. इसमें सिर्फ 21 प्रत्याशी ही जीत दर्ज कर पाये. राज्य की 28 एसटी सीटों में से सिर्फ एक जीत पर पार्टी प्रत्याशी जीत दर्ज कर पाये. सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन एसटी सीट सरायकेला से जीत पाये. चुनाव में पार्टी के दिग्गज नेता अमर बाउरी, बिरंची नारायण समेत आधा दर्जन से अधिक नेता अपनी सीट नहीं बचा पाये.