सरायकेला: ज़िले के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 24 ईच्छापुर तालाब गहरीकरण और जीर्णोधार कार्य को लेकर स्थानीय ग्रामीण गुटों में बंट गए हैं. तालाब किनारे बसे लोग तालाब निर्माण गहरीकरण का विरोध कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ के जल संकट से जूझ रहे लोग तालाब गहरीकरण के समर्थन में आ गए हैं.
तालाब जीर्णोद्धार मामले को लेकर रविवार को ईच्छापुर तालाब से सटे मंदिर प्रांगण में ग्रामीणों की सार्वजनिक बैठक आयोजित की गई, जिसमें तालाब गहरीकरण कार्य का विरोध करने वाले लोग और समर्थन में लोग जुटे, तालाब किनारे बसे लोगों का कहना है कि वर्षों से वे यहाँ रहे हैं .लेकिन अब तालाब गहरीकरण और जीर्णोधार के नाम पर उन्हें उजाड़ने की योजना बनाई गई है. जिसका वे विरोध करते हैं. वहीं पेयजल संकट को झेल रहे अधिकांश ग्रामीणों का मानना है कि तालाब के जीर्णोधार किए जाने से पेयजल संकट से निपटा जा सकता है. मामले को लेकर ग्रामीण के दो गुटों के बीच जबरदस्त विरोधाभास देखने को मिल रहा है।
अमृत सरोवर योजना के तहत हो रहा तालाब का जीर्णोधार
सरकार के महत्वकांक्षी अमृत सरोवर योजना के तहत आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 2 ,वार्ड संख्या 24 ईच्छापुर तालाब और गम्हरिया स्थित तालाब का जीर्णोधार किया जाना है. इसी के तहत ईच्छापुर तालाब में भी गहरीकरण कार्य प्रारंभ किया जाना है. लेकिन स्थानीय ग्रामीणों द्वारा कुछ दिनों से इसका विरोध किया जा रहा है. इधर आदित्यपुर नगर निगम द्वारा पूर्व में ही तालाब निर्माण कार्य में अड़ंगा लगाने वालों के विरुद्ध सरकारी काम में बाधा डालने संबंधित मामला दर्ज किए जाने की बात कही गई है.
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