Chaibasa(चाईबासा): ट्राइबल इंडियन चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री, पश्चिमी सिंहभूम चैप्टर के द्वारा कोकचो मुंडा भवन, तांतनगर प्रखंड में एक दिवसीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
कार्यक्रम का उद्देश्य आदिवासी समुदाय के युवाओं को उद्योग व्यापार के क्षेत्र में लाना एवं क्षेत्र में मौजूद संसाधनों का प्रयोग कर उत्पादों में परिवर्तित करना, उन्हें बाजार उपलब्ध कराना है. कार्यक्रम में काफी संख्या में ग्रामीणों ने हिस्सा लिया. इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि टाटा स्टील के वरिष्ठ प्रबंधक पब्लिक रिलेशन बहालेंन चांपिया शामिल हुई.
कार्यक्रम में वक्त के रूप में टिक्की इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव बसंत तिर्की ने सरकार की विभिन्न योजनाओं से ग्रामीणों को अवगत कराया. प्रधानमंत्री सूक्ष्म उन्नयन योजना, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, कृषि एवं वन उत्पाद, एक जिला एक उत्पाद, एफपीओ के बारे में भी विस्तृत जानकारियां दी. उन्होंने कहा कि आदिवासी युवाओं को समाज की आर्थिक उन्नति के लिए उद्योग व्यापार के क्षेत्र में आना ही होगा. आज जहां उद्योग व्यापार करना आसान है, वहीं सरकार की योजनाओं का लाभ ले हम बेहतर कर सकते हैं. केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं जिसे हम सीधे तौर से लाभ उठा सकते हैं.
उन्होंने बताया कि हम कैसे उद्योग व्यापार के क्षेत्र में आसानी से प्रवेश कर सकते हैं और अपने उत्पादों को एक बेहतर बाजार भी दे सकते हैं. राज्य सरकार भी नई एमएसएमई नीति के तहत 40% तक पूंजीगत सब्सिडी दे रही है. इसके साथ ही ब्याज दर भी पांच प्रतिशत के आसपास है. बिजली एवं अन्य चीजों में भी भारी सब्सिडी दी गई है.
उन्होंने युवाओं से अपील की की उद्योग व्यापार के क्षेत्र में आगे आए ट्राइबल चैंबर उनकी हर संभव मदद करेगा. पश्चिमी सिंहभूम जैसे क्षेत्र में कृषि एवं वन उत्पादों में काफी असीम संभावनाएं हैं. जिन्हें बेहतर प्रयोग कर वैल्यू एडिशन किया जा सकता है. ट्राइबल चेंबर के द्वारा उद्योग व्यापार के क्षेत्र में आने वाले युवाओं को नि: शुल्क कागजात तैयार कर दिया जाएगा. ताकि वे आसानी से व्यापार को अपना सके. समय-समय पर आदिवासी उद्यमियों को प्रशिक्षण, बाजार, बैंक ऋण, प्रदर्शनी, नए-नए इनोवेशन इत्यादि सभी ट्राइबल चैंबर उपलब्ध कराने में मदद करेगी.
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित टाटा स्टील के वरिष्ठ प्रबंधक श्रीमती बहालेंन चांपिया ने अपने संबोधन में युवाओं को जागरुक करते हुए कहा कि नौकरी के सहारे हम अपने समाज को आर्थिक संपन्नता नहीं दिला सकते. आज आए दिन पूरे देश में आदिवासियों के प्रति कई घटनाएं देखने सुनने को मिलती रहती है और इसका एकमात्र कारण है गरीबी और शिक्षा. गरीबों की कोई जाति और धर्म नहीं होती है. जब तक हम आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होंगे, तब तक हम कहीं भी सुरक्षित नहीं है. ना हमारा धर्म बचेगा, ना संस्कृति सभ्यता एवं संविधान में अधिकार दिए गए. आज झारखंड के कई शहरों में आदिवासी महिलाएं भी तेजी से व्यापार के क्षेत्र में आई है और बेहतर कर रही है. ट्राईबल चेंबर भी केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के साथ मिलकर आदिवासी उद्यमियों के लिए सुविधाजनक नीति पर काम कर रही है.
ये रहे उपस्थित
इसके साथ ही टिक्की – झारखंड चैप्टर के प्रदेश अध्यक्ष वैद्यनाथ मांडी एवम राष्ट्रीय महासचिव बसंत तिर्की, पश्चिमी सिंहभूम चैप्टर के महासचिव अनमोल पिनगुवा, अध्यक्ष रामेश्वर बीरुवा इत्यादि मुख्य रूप से उपस्थित रहे.
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