Adityapur: आदिवासी व्यॉज क्लब व सरना महासभा, आदित्यपुर के तत्वावधान में रविवार को दिशोम सोहराय (देश वंदना) के अवसर पर आदित्यपुर स्थित फुटबॉल मैदान में काड़ा- बैल नाच प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें सैकड़ों की संख्या में आदिवासी महिला व पुरूष शामिल हुए.
बेहतर प्रदर्शन करने वाले बैलों के मालिक को पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम का आगाज दिशोम सोहराय से हुआ. दोपहर 3 बजे से बैलों की प्रदर्शनी शुरु हुई, जो देर शाम तक जारी रहा. इससे पूर्व प्रतियोगिता का शुभारंभ महासभा के अध्यक्ष व नायके दिकूराम मांझी व मांझी बाबा कुजू सोरेन ने दिशोम सोहराय (ईष्ट देवी-देवता) की विधिवत पूजा-अर्चना कर किया. तथा सभी मनुष्यों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना भी की गई. इस दौरान आदिवासी समाज के महिला-पुरुषों के द्वारा पारंपरिक नृत्य भी प्रस्तुत किया गया. इस मौके पर मुख्य रूप से समाजसेवी जसाई मार्डी, झारखंड आंदोलनकारी गुरूचरण मुखी, वीरेंद्र गुप्ता, स्वींद्र बास्के, इंदर हेम्ब्रम, फागू महतो, सुधाकर हांसदा, शंकर हांसदा, दीपक सोरेन व बारिश टुडू आदि लोग उपस्थित थे.कार्यक्रम का संचालन हरिमोहन टुडू ने किया.
लखनडीह के विशाल हेम्ब्रम को मिला प्रथम पुरस्कार
आयोजित काड़ा-बैल नाच प्रतियोगिता में लखनडीह के विशाल हेम्ब्रम को प्रथम पुरस्कार रूप में स्टील आलमारी, द्वितीय पुरस्कार के रूप में अर्जुन हांसदा को एलईडी टीवी तथा तृतीय पुरस्कार रूप में लखनडीह के ही रोहित सोरेन को धानपीटा मशीन प्रदान किया गया. वहीं, अन्य प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया. महासभा के अध्यक्ष दिकुराम मांझी द्वारा प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया.